हस्त रेखाओं से जाने आपका दांपत्य जीवन पंडित दीपक पांडे
दांपत्य जीवन पर प्रत्येक व्यक्ति के जीवन की तमाम खुशियां निर्भर होती है या दूसरे शब्दों में मनुष्य की सफलता असफलता दुख सुख सब कुछ उसके दांपत्य जीवन पर ही निर्भर करता है इसी का मनुष्य अपना जीवन साथी चुनने के लिए भारतीय ज्योतिष शास्त्र और हस्त रेखाओं पर अत्यधिक विश्वास करता है तथा ज्योति के परामर्श के अनुसार ही अपनी भाभी जीवनसाथी का चयन करता है लिए आज बात करते हैं हस्तरेखा के माध्यम से जाने कैसा होगा आपका दांपत्य जीवन
कानपुर के ज्योतिषी और वास्तु शास्त्री पंडित दीपक पांडे बताते हैं कि यदि बुध की उंगली विशेष सीधी हो तो विवाह संभवत 27 से 30 वर्ष की अवस्था की होता है
यदि दोषपूर्ण जीवन रेखा हो तो ससुराल से कोई भी सहयोग नहीं प्राप्त होता है
जीवन रेखा गोल आकार की हो और मस्तिष्क रेखा अच्छी हो तो ससुराल में कुटुंब बड़ा होता है
गुरु ग्रह की उंगली सूर्य ग्रह की उंगली से 3 बात 4 इंच छोटी हो मोटी हो भाग रेखा मस्तिष्क रेखा पर रुकती हो तो हृदय रेखा की शाखा मस्तिष्क रेखा पर मिलती हो तो वैद्युत योग तलाक पत्नी की मृत्यु आज तक फल भोगने पड़ सकते हैं
गुरु ग्रह की उंगली सूर्य की उंगली से लंबी हो तो स्त्रियों को ससुराल में यश प्राप्त होता है
जीवन रेखा अधिक सीधी या अधिक गोल हो तो पत्नी को गर्भाशय संबंधी रोग होता है
जीवन रेखा में कुठार रेखा हो तथा भाग रेखा दोस्तों अर्थात टूटी हुई हो मोटी हो कई टुकड़ों में विभाजित हो जीवन रेखा के पास अथवा मस्तिष्क रेखा में रुकी हुई हो तो दांपत्य जीवन काल है तलाक बिच्छू आदि फल प्राप्त होते हैं
पंडित दीपक पांडे ने बताया कि यदि जीवन रेखा में कुठार रेखा हो तो ऐसी स्त्रियां अपने सास ससुर जी अलग रहना पसंद करती हैं
यदि जीवन रेखा को गहरी राहु की रेखाएं काटती हूं तो स्त्रियों को ससुराल में विरोध का सामना करना पड़ता है
जीवन रेखा और हृदय रेखा दोनों ही दोहरी हूं तो जीवनसाथी सुंदर होता है और उसका पूर्ण सुख प्राप्त होता है
यदि भाग रेखा मोती और जीवन रेखा के पास हो जीवन रेखा सीधी हो तो पत्नी को कुटुंब के कारण बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है
जीवन रेखा यदि सीधी हो और मोटी हो तो भाग रेखा हृदय रेखा में रुकती हो तो पति अथवा पत्नी लंबे समय तक बीमार रहते हैं
मोती बाग रेखा मस्तिष्क रेखा पर रूकती हूं और हृदय रेखा की शाखा मस्तिष्क रेखा में मिलती हो तो तलाक हो जाता है
कानपुर की पंडित दीपक पांडे ज्योतिषी और वास्तु शास्त्री ने बताया कि चंद्रमा से निकलने वाली भाग रेखा अथवा चंद्रमा पर दीप हो शुक्र उन्नत हो तो इनका ग्रह से जीवन अशांति पूर्ण होता है
भाग रेखा के मध्य में और मस्तिष्क रेखा में शनि के नीचे दीपों तो ऐसे व्यक्ति को जीवनसाथी का चरित्र दोषपूर्ण होता है
जीवन रेखा के पास सती हुई कोई रेखा हो और भाग रेखा मस्तिष्क रेखा पर मिलती हो तो जीवनसाथी की मृत्यु लंबी बीमारी की बात हो जाती है
हाथ में निर्दोष मंगल रेखा हो तो ससुराल बहुत बड़ा होता है
यदि हाथ में निर्दोष मंगल रेखा हो तो ससुराल बड़ी भी होती है कई जगह रहने का स्थान होता है
यदि भाग रेखा के प्रारंभ मध्य और अंत में दीप हो तो जीवन भर पति अथवा पत्नी का सुख नहीं मिल पाता
भाग रेखा में दीप हो और मंगल रेखा अथवा अंतर ज्ञान रेखा में दीप हो तो पति-पत्नी दोनों ही बीमार रहते हैं
गहरी भाग रेखा में दीप हो और जीवन रेखा सीधी हो तो ऐसी व्यक्तियों की पत्नी जिद्दी स्वभाव वाली होती है
यदि मोती बाग रेखा वाले व्यक्ति हैं तो आपका प्रेम विवाह सफल होगा
पतली मस्तिष्क रेखा वालों की पत्नी सीधी अच्छी आदत वाली गृह कार्य में दक्ष परंतु क्रोधी होती है
मस्तिष्क रेखा गुरु के ऊपर के भाग से निकलती हो दोस्त पूर्ण भी हो तो जीवनसाथी जिद्दी होता है
पंडित दीपक पांडे ज्योतिषी और वास्तु शास्त्री 9451 360 382
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